Teachers

Mr. Deep Saha

CG-GS & English

एक शिक्षक के रूप में दीप सर आज छत्तीसगढ़ का एक जाना-पहचाना नाम है। विद्यार्थियों के बीच वे उस चमकते तारे की तरह है जिसकी रौशनी से छत्तीसगढ़ का शिक्षा जगत प्रकाशित है। सर का जन्म बिलासपुर छत्तीसगढ़ में हुआ है। बचपन से ही मेधावी दीप सर ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा पूर्ण करने के पश्चात पठन-पाठन में अपनी रूचि को पहचाना और अपने ज्ञान के परिष्कार के साथ आर्थिक आत्मनिर्भरता के लिए बच्चों को ट्यूशन पढ़ाना शुरू किया। बीएससी बायोलॉजी के पश्चात् इतिहास में एम.ए. और फिर एम लिब की डिग्री उनके अध्ययन की विविधता को दर्शाता है।

वर्ष 2009 में CGPSC की तैयारी के साथ-साथ उन्होंने सिविल सेवा मार्गदर्शन देना शुरू किया। पढ़ाने का जूनून इतना था कि दीप सर ने अपनी 2 सरकारी नौकरियों का त्याग कर सिविल सेवा मार्गदर्शन को ही अपना करियर बनाने का निर्णय लिया। 2009 से 2015 के बीच छत्तीसगढ़ के विभिन्न प्रतिष्ठित संस्थानों में अलग-अलग विषयों का अध्यापन करते हुए उनका अनुभव बढ़ता गया। 2015 में दीप सर ने दिल्ली आईएएस अकादमी से जुड़े और सौरभ सर के कुशल मार्गदर्शन में उनकी अध्यापन की कला निरंतर निखरती चली गई और वे एक प्रभावी और स्थापित शिक्षक के रूप में विद्यार्थियों के बीच प्रचलित हुए।

अपने मित्रवत शैली, विषय में गहरी रुचि विकसित कर विद्यार्थियों को समझाना , व्यवहार कुशलता, हमेशा विद्यार्थियों की मदद करना इत्यादि गुणों ने दीप सर को बेहद लोकप्रिय बना दिया। कोरोनकाल में ऑनलाइन कक्षाओं और यूट्यूब के माध्यम से दीप सर की लोकप्रियता छत्तीसगढ़ के कोने कोने तक जा पहुंची। आज सम्भवतः छत्तीसगढ़ पीएससी की तैयारी करने वाला हर छात्र दीप सर से परिचित है। वर्तमान में दीप सर दिल्ली आईएएस अकादमी में छत्तीसगढ़ सामान्य अध्ययन के अलावा के संविधान, इतिहास, समाजशास्त्र, अंग्रेजी भाषा जैसे विषयों के अध्यापन से जुड़े हैं जो उनकी अध्यापन की गहराई और विविधता का परिचायक है। सौरभ सर की तरह ही हिन्दी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में पकड़ उन्हें विशिष्ट बनाती है। उनके द्वारा छत्तीसगढ़ विषय पर लिखी गई विभिन्न किताबें विद्यार्थियों के लिए मानक हैं। सौरभ चतुर्वेदी सर के अनुज दीप सर में सौरभ सर के अध्यापन की झलक दिखती है। बहुआयामी दृष्टिकोण से प्रत्येक विषय को विद्यार्थियों के सामने प्रस्तुत करना दीप सर की क्लास को रोचक बनाता है। आशा है जब भी आप उनकी कक्षाओं से जुड़ेंगे उनकी इन खूबियों को साकार रूप में ग्रहण कर पाएंगे।